Aurus Senat Limousine:चीन में SCO समिट के बाद दुनिया ने दोस्ती की एक नई तस्वीर देखी, जब पीएम मोदी, राष्ट्रपति पुतिन की पर्सनल ‘बीस्ट’ ऑरस सीनेट लिमोजिन में सवार हुए। पुतिन ने चीनी मेहमाननवाजी वाली कार छोड़कर अपनी खास सवारी में पीएम मोदी को बैठाया। आखिर क्या है इस कार में ऐसा खास कि इसे ‘पहियों पर बना किला’ कहा जाता है? चलिए जानते है
सुरक्षा ऐसी कि बम-गोले भी बेअसर
ऑरस सीनेट सिर्फ एक लग्जरी कार नहीं, बल्कि एक चलता-फिरता किला है। यह पूरी तरह से बख्तरबंद है और इस पर न सिर्फ बुलेटप्रूफ गोलियों, बल्कि ग्रेनेड और बम हमलों का भी कोई असर नहीं होता। पानी में डूबने की स्थिति में भी यह अंदर बैठे लोगों को सुरक्षित रखती है। इसमें इमरजेंसी एग्जिट और स्मोक स्क्रीन जैसे एडवांस डिफेंस फीचर्स भी मौजूद हैं। पुतिन कहीं भी जाएं, यह कार उनके साथ ही जाती है।
दमदार इंजन और करोड़ों में कीमत(Aurus Senat Limousine Price)
इस शाही सवारी को ‘रूसी रोल्स रॉयस’ भी कहा जाता है। इसमें 4.4-लीटर का ट्विन-टर्बो V8 हाइब्रिड इंजन लगा है, जो इस भारी-भरकम कार को 249 किमी/घंटे की रफ्तार दे सकता है। इसका इंटीरियर किसी 5-स्टार होटल से कम नहीं है।
अब बात करते हैं इसकी कीमत की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑरस सीनेट लिमोजिन की कीमत 250,000 से 300,000 डॉलर के बीच है। भारतीय रुपयों में यह लगभग 2.1 करोड़ से 2.5 करोड़ रुपये होती है।
यह कार रूस की ताकत और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। पुतिन ने हाल ही में उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन को भी यही कार तोहफे में दी थी। जब पीएम मोदी और पुतिन एक साथ इस कार में सवार हुए, तो यह सिर्फ एक यात्रा नहीं थी, बल्कि दुनिया के लिए भारत-रूस की गहरी दोस्ती का एक मजबूत संदेश था।

हरिदास धागे
हरिदास धागे एक अनुभवी ऑटो और टेक लेखक हैं, जिन्हें ऑटोमोबाइल और प्रौद्योगिकी की दुनिया की गहरी समझ है। वे जटिल तकनीकी जानकारी को सरल और आकर्षक भाषा में प्रस्तुत करने में माहिर हैं।